Big twist in Aryan Khan drugs case: Prabhakar Sayeel, the witness who accused Sameer Wankhede of Rs 25 crores, dies of heart attack. | केस के सबसे बड़े गवाह प्रभाकर सईल की हार्टअटैक से मौत, आर्यन को छोड़ने के बदले NCB अधिकारी पर रिश्वत मांगने का लगाया था आरोप

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मुंबई16 मिनट पहले

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प्रभाकर ने इस केस में गिरफ्तार आर्यन खान को छोड़ने के बदले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी समीर वानखेड़े और केपी गोसावी पर 25 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था।  - Dainik Bhaskar

प्रभाकर ने इस केस में गिरफ्तार आर्यन खान को छोड़ने के बदले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी समीर वानखेड़े और केपी गोसावी पर 25 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। 

कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग मामले में एनसीबी के पंच और गवाह रहे प्रभाकर सईल का देर रात निधन हो गया है। उनके वकील तुषार खंडारे के अनुसार, चेंबूर के माहुल इलाके में उनके घर पर दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ है। प्रभाकर सईल के पार्थिव शरीर को आज सुबह 11 बजे अंधेरी स्थित उनके दूसरे आवास पर ले जाया जाएगा। प्रभाकर ने इस केस में गिरफ्तार आर्यन खान को छोड़ने के बदले नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी समीर वानखेड़े और केपी गोसावी पर 25 करोड़ की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था।

उनके इस आरोप के बाद इस केस में NCB की एसआईटी टीम की एंट्री हुई और समीर वानखेड़े को इस केस से अलग किया गया। प्रभाकर के आरोप को आधार बना महाराष्ट्र सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने भी समीर वानखेड़े पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। प्रभाकर की इस तरह हुई मौत के बाद अब एक बार फिर यह मुद्दा सुर्खियों में आ सकता है।

प्रभाकर सईल के आरोप के बाद किरण गोसावी(खड़े हुए) और समीर वानखेड़े(बैठे हुए) की NCB की SIT टीम ने जांच की थी।

प्रभाकर सईल के आरोप के बाद किरण गोसावी(खड़े हुए) और समीर वानखेड़े(बैठे हुए) की NCB की SIT टीम ने जांच की थी।

प्रभाकर ने लगाया था यह आरोप
आर्यन ड्रग्स केस में प्रभाकर NCB का स्वतंत्र गवाह था। उसका दावा था कि रेड के दौरान वह भी क्रूज पर मौजूद था। प्रभाकर ने दावा किया था कि NCB ने उससे पंचनामा पेपर बताकर खाली कागज पर जबरन साइन करवाए थे। उसे आर्यन या किसी और की गिरफ्तारी के बारे में नहीं पता था।

प्रभाकर ने आरोप लगाया था कि उसने गोसावी को फोन पर डिसूजा को 25 करोड़ रुपये की मांग के बारे में बात करते हुए सुना था और मामला 18 करोड़ पर तय हुआ था, क्योंकि उन्हें आठ करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को देने थे।

प्रभाकर के आरोप के बाद NCB कर रही जांच
प्रभाकर के आरोपों के बाद NCB की विजलेंस विंग ने 4 सदस्यों की टीम बनाकर मामले में जांच शुरू की थी। समीर वानखेड़े जांच टीम के सामने पेश हुए थे और अपनी सफाई रखी थी। जांच के दौरान विजलेंस टीम ने मुंबई पुलिस से मदद की अपील करते हुए, मुंबई पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख कर प्रभाकर सैल को NCB की विजिलेंस टीम के सामने पेश करवाने की बात कही थी। चिट्ठी में दावा किया गया था कि दो दिन तक बुलाने के बाद भी प्रभाकर पेश नहीं हुए हैं। NCB की विजलेंस टीम इस मामले में कई स्वतंत्र गवाहों से पूछताछ कर चुकी है।

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